रायबरेली में प्रदेश सरकार ने पेंषनरों और पारिवारिक पेंषनरों के लिए केंद्र सरकार के स्तर से लागू की गई डिजीटल जीवन-प्रमाण पत्र देने की व्यवस्था से रायबरेली के बुजुर्ग पेंषनरों ने सरकार को बधाई दी और उन्होने कहा जो हम लोग भविश्य में जीवन प्रमाण पत्र देने के लिए कोशगार में जाना होता था वह अब जाने की अनिवार्यता खत्म हो जायेगी। और इससे काफी परेषानीयां भी उठानी पड़ती थी पर उसके लिये अब नही जाना होगा।
रायबरेली मे बुजुर्ग पेंषनरों की इस योजना की खबर पता चली तो उनका खुषी से चेहरा खिल उठा और कुछ लोगों ने तो रोते हुये कहां अपनी परेषानी बताने लगे थंे। उन्होने कहा कि हम लोग किसी परिवार के सदस्य के साथ या खुद बहुत परेषानियों से चल कर कोशागार आते थें और यहां पर लाइन में लगते थें जिससे काफी समय भी बरबाद होता था। पर इस डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र से लाइन में और समय की बचत होगी।
पेंषनरों व पारिवारिक पेंषनरों को डिजीटल जीवन प्रमाणपत्र जनरेट करने के लिये पहली बार संबंधित कोशागार में पेंषन प्राधिकार पत्र पीपीओ, आधार कार्ड व बैंक पासबुक की मूल प्रति तथा उनकी फोटोकापी के साथ उपस्थित होना होगा। कोशागार यहां पूरी औपचारिकता पूरी करेगा। बायोमेट्रिक एथेंटिकेषन कर आधार कार्ड के आधार परा यह प्रमाणप़त्र तैयार होगा। एक बार पंजीकृत हो जाने पर पेंषनर वपारिवारिक पेंषनर वर्श के किसी भी महीने में डिजीटल जीवन प्रमाणपत्र दे सकेंगें। इसके अलावा भविश्य में टेबलेट,स्मार्टफोन,कम्प्यूटर आदि से भी काम कर सकते है।
रायबरेली के मुख्य कोशागार अधिकारी सिद्धार्थ षंकर त्रिपाटी ने बताया कि यह एक दूरगामी और अच्छी योजना है, और इसके आने से डिजीटल इड़िया का सपना भी पूरा होगा और लोंगों को सुविधा भी होगी । और उन्होने बताया कि इसके लिये एक बार कोशागार आना होगा पेंषनरों को जिससे जीवन प्रमाणपत्र को कार्यालय की गार्ड फाइल से मिलान कर पंेषनर व पारिवारिक पेंषनर के डेटाबेस को मैनुअली अपडेट कर देगें। साथ ही कहा कि इससे सबसे ज्यादा फायदा विदेष में रह रह पेंषनरों को सुविधा होगी उनको प्रमाणपत्र देने के लिये अपने देष आना नही पडेगा। पर इसके लिये सबसे जरुरी है जनता में जागरुकता फैलानी होगी तभी इस योजना का जनता मे फायदा मिल मिलेगा।
1- पेंषनर राजरानी ने बताया कि हम गांव मिडौली खीरों से आते है काफी समय भी लगता है और परेषानी भी काफी होती है पर सरकार ने इस योजना को चालू करने से हम लोगों को आराम मिलेगा।
2-पेंषनर राजेष्वरी ने बताया कि हम षिवगढ से आते है किसी दूसरे के सहारे पर इस योजना चालू करने से पता चलता है कि सरकार की बुजुर्ग लोगों के लिये अच्छी सोच रखती है।
3- पेंषनर ष्याम लाल ने भी बताया कि सिमरी गांव से आते थें पर षायद अब इस योजना षुरु हो जाने के बाद अब मुषीबत से कुछ आराम मिलेगा इसके लिये सरकार को धन्यवाद देते हूं।
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