वीवीआईपी जिले में असहाय वृद्धों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है रायबरेली में स्थित वृद्ध आश्रम
असहाय वृद्धों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है रायबरेली में स्थित वृद्ध आश्रम
वृद्ध आश्रम में मौजूद 15 कर्मचारियों के जरिए प्रस्तुत की जाती है मानवता की मिसाल
वृद्ध आश्रम में 50 असहाय वृद्ध पुरुष व बुजुर्ग महिलाओं की होती है निरंतर सेवा
रायबरेली। आज समाज में ऐसा प्रतीत होता है कि रिस्तों की जगह पैसों और आधुनिक तकनीकी चीजों ने जगह ले ली है। जिसके कारण पुत्र और माता पिता के रिस्तों में एक खटास जैसा माहौल बनता जा रहा है। जिंदगी भर अपने बच्चों के लिए संघर्ष करने वाले माता-पिता जब बुजुर्ग हो जाते हैं तो आजकल के बच्चे अपने मां-बाप को लावारिस छोड़ देते। कुछ तो अपने बच्चों से त्रस्त होते हैं और कुछ बुजुर्ग गरीबी और भुखमरी से त्रस्त आकर अपना घर छोड़ देते हैं और रास्ता तलाशते हैं वृद्ध आश्रम की ओर। कोई परिस्थितियों से मारा तो कोई अपने ही बच्चों से त्रस्त बुजुर्ग रायबरेली के वृद्ध आश्रम में आपको देखने को मिल जाएगा।
जनपद रायबरेली के मिल एरिया थाना रायबरेली- सुल्तानपुर हाईवे आईटीआई के प्रथम गेट पर स्थित वृद्ध आश्रम आजकल लगभग 50 वृद्धजनों का आश्रय स्थल है। यहां पर 15 कर्मचारियों की तैनाती है जो बुजुर्गों का अपने माता पिता की तरह ख्याल रखते हैं उन्हें वह सारी सुख सुविधाएं देते हैं जो घर में भी देखने को ना मिले। पत्रिका के रिपोर्टर ने जब परिस्थितियों को टटोलने वृद्ध आश्रम पहुंचे तो वहां पर सुख सुविधाएं देखकर लगा मनो बुजुर्गों की सेवा के लिए स्वर्ग खुला है। किसी उच्च स्तर के होटल की तरह खाने के लिए डाइनिंग स्थल की व्यवस्था सोने के लिए स्लीपिंग एरिया की भव्य व्यवस्था नहाने-धोने के लिए बेहद साफ बाथरूम व टॉयलेट। किचन में बेहद खास व्यवस्था जिसमें उच्च गुणवत्ता का खाना पकता है। खाने पीने को सुरक्षित रखने के लिए फ्रीज वा पीने के लिए जनपद की विधायिका अदिति सिंह द्वारा लगवाया गया नल जिससे ताजा पानी मिलता है। वृद्धजनों का कपड़ा वाशिंग मशीन में धुला जाता है, यही नहीं मनोरंजन को लेकर भी बेहद खास व्यवस्था की गई है वृद्धजनों के लिए टीवी ट्रांजिस्टर लगाए गए हैं जिससे उनका मनोरंजन हो सके तथा घर जैसा वातावरण बनाया जा सके। वृद्ध आश्रम की बारीकियों को टटोलने के लिए व हाड़ कपा देने वाली ठंड में बुजुर्गों के इंतजाम को परखने के लिए पत्रिका की टीम वृद्ध आश्रम के अधीक्षक धनंजय प्रताप सिंह से बात हुई। धनजंय सिंह ने वृद्ध आश्रम की हर एक बारीकियां बताई उसके साथ उन्होंने टीम को पूरे आश्रम का जायजा करवाया। धनंजय प्रताप सिंह ने बताया 60 साल से ऊपर किसी भी जाति संप्रदाय का कोई भी वृद्धजन वृद्ध आश्रम में रह सकता है। जब उनसे पूछा गया वृद्धजन वृद्धाश्रम का रुख कैसे करते हैं? तो उन्होंने बताया कोई वृद्ध परिवार से बेदखल गरीबी से त्रस्त व माता पिता के खर्चा न उठा पाना व माता पिता को छोड़ बाहर चले जाने वाले बच्चों के माता-पिता यहां पर आते हैं। वृद्ध आश्रम में सारी सुविधाएं निशुल्क दी जाती हैं और यह सब समाज कल्याण विभाग के सरोकार के द्वारा ही संभव हो पाता है। बताया कि इमरजेंसी में मेडिकल सुविधा बुलाई जाती है जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी से काफी सहयोग मिलता है जिला अस्पताल पूरी तरह सहयोग करता है और बुजुर्ग के जल्द स्वास्थ्य लाभ के लिए भरसक कोशिश की जाती है। धनजंय सिंह ने बताया पेयजल की व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त है माननीय विधायक अदिति सिंह के द्वारा यहां पर सरकारी नल दिया गया है उसके साथ ही जल्द ही सांसद
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