सरे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा
इससे खूबसूरत मुल्क कोई और नही । तभी तो यहां के नीति रिवाजजो देखता हैं, वह अपना दिल दे बैठता है। नदियां फूल पहाड़ और पुरातन धरोहरों को देखने और आने वाले पर्यटक भी यहां की संस्कृति में ऐसे खो जाते है समानो उन पर कोई जादू हो गया हो।
ऐसी ही एक नई कहानी रायबरेली के अमांवा ब्लाक के मुराई का पुरवा गांव में जन्म लेगी। यहां जर्मनी के दुल्हे राजा को वहीं
की दुल्हनियां जयमाला पहनाएगी। मंडप विषुद्ध रुप से भारतीय छाप वाला होगा। हिंदू रीति रिवाज से पंडितजी सात फेरे दिलाकर विवाह संपन्न कराएंगे। दावत में करीब दो सौ लोग विभिन्न पकवान छकेगें । तैयारियां पूरी कर ली गई हैं आज षुभ लग्न में दोनों का विवाह कार्यक्रम संपन्न कराया जाएगा। करीब 55 वर्श के डबल्यू लंेजर वाल्प लांग और 45 साल की एंड्रिया वाल्प लांग पहले से ही षादीषुदा है । षादी के प्रमुख गवाह उनके दो पुत्र डेविड और ओलिवर के साथ सही 14 साल की छोटी बेटी एल्विन भी होगी।
इसलिये चर्चा में है मुराई का पुरवा
षहर से करीब दस किलोमीटर दूर स्थित अमावां ब्लाक इस वक्त चर्चा में है। यहां के पूरे मुराई का पुरवा गांव में बुधवार को महराजदीन मौर्य के दरवाजे पर जर्मनी के दुल्हा-दुल्हन हिंदू रीति-रिवाज से विवाह करेंगें । डबब्यू लंजर वाल्प लांग का पूरा परिवार षहर के एक निजी होटल में ठहरा है। जबकि षादी की सारी तैयारियां दस किलोमीटर दूर गांव में जारी हैं बुधवार को मेंहदी की रस्म में करीब 50 लोगों को खाने-पीने के लिये चायनीज व्यंजन परोसे गए।
दिल्ली में हुआ महराजदीन से परिचय
इनकी मुलाकात डबल्यू लेंजर अपने परिवार समेत करीब 18 वर्श पहले दिल्ली घूमने आए थें। इसी दौरान उनकी पहचान रायबरेली के अमांवा ब्लांक के पूरे मुराई का पुरवा के सनिवासी रामकेवल मौर्य से हुई। रामकेवल वर्श 1995 में काम की तलाष में दिल्ली गए थें । वहां वे ड्राइवरी करने लगें। उसी दौरान वर्श 1999 में डब्ल्यू लंेजर से उनकी मुलाकात हुई । यहीं से जर्मन परिवार का मन हिंदुस्तानी संस्कृति में रचने बसने लगा। पकवान बनाने की पूरी जिम्मेदारी निभाने के लिए दिल्ली से खानसामा बुलाया गया है। आज लग्न समय के अनुसार सात फेरे और जयमाल की विधि होगी।
लोगों को भारतीय कल्चर इतना पसंद आने लगा की अब वह फॉरेन से आकार इंडिया में शादी करने लगे है एक ऐसा ही मामला रायबरेली जिले के मिलएरिया थाना क्षेत्र के पूरे मुराईन मजरे अमावां में उस समय देखने को मिल रहा है
गाइड की माने तो उसे भारतीय संस्कृति पसंद है इसलिए वह यहाँ अपने फ्रैंड के साथ शादी करने आया है। यह का भोजन ए मंदिर एकपड़े आदि उसे बहुत पसंद है
वही विदेशी जोड़े के गाइड्स की माने तो यह जोड़ा बीते 15 सालो से बराबर इंडिया आता है और उससे फ्रैंड शिप हो गई है यही नही उसी की गाड़ियों से इंडिया में टूर भी करता है। जिससे इन लोगों ने इंडिया में शादी की इच्छा जाहिर की तो मैंने अपने गाव इन लोगों को लाया और शादी की पूरी तैयारियां शुरू कर दी है बृहस्पतिवार को इन लोगों की शादी है आज मेहदी का कार्यक्रम रखा गया है।
राम केवल ;गाइड्
विदेशी जोड़े की शादी रायबरेली में होने से ग्रामीणों में उत्साह है यही नही दूर दूर से लोग इन विदेशियो को देखने आ रहे है। ग्रामीणों की माने तो उन लोगों ने इन विदेशी जोड़ो की शादियों की तैयारी पूरी कर ली है। और उन लोगों में बहुत उत्साह है।
अनुज ;ग्रामीणद्ध
. महाराजदीन ;ग्रामीणद्ध
राजकुमार ;दर्शकद्ध
आप को बता दे की इस विदेशी जोड़े ने शादी में खाने को लेकर दिल्ली से कैटर्स बुलवाये है । कैटर्स की माने तो वह दिल्ली से आया है और आये हुए विदेशियो ने उसे खाना बनाने के लिए बुलवाया है।
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