मोदी सरकार ने एम्स को दिया 140 आवासीय क्वार्टरों का निर्माण कार्य के लिए बजट तो अब इन सभी जिलों की जनता को मिलेगी यह सभी सुविधाएं
एम्स में 140 आवासीय क्वार्टरों का निर्माण कार्य की हुई शुरुआत,इन सभी जिलों की जनता को मिलेगी यह सभी सुविधाएं
रायबरेली। एम्स रायबरेली में विस्तारित आवासीय परिसर में पाँच नए आवासीय टावरों की आधारशिला रखने के बाद अब निर्माण कार्य जोरों पर है। यह कार्य प्रतिष्ठित संगठन CPWD द्वारा किया जा रहा है। फिलहाल निर्माण कार्य योजना काफी अधिक तेजी से चल रहा है। इस परियोजना के लगभग 18 महीने में पूरा होने की उम्मीद है।
इस बात को सीपीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार टाइप-4 और टाइप-5 क्वार्टर जून 2025 तक पूरे हो जाएंगे और एम्स रायबरेली को सौंप दिए जाएंगे, जबकि शेष टाइप-3 क्वार्टर अगस्त 2025 तक पूरे हो जाएंगे।
एम्स रायबरेली के कार्यकारी निदेशक प्रो. डॉ.अरविंद राजवंशी ने परियोजना के बारे में आशा व्यक्त करते हुए कहा कि इससे एम्स की कार्यकुशलता और सुचारू संचालन में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। उन्होंने परियोजना को मंजूरी देने के लिए सरकार का आभार भी जताया है।
परियोजना की कुल लागत लगभग 98 करोड़ रुपये है। आवासीय परिसर में 140 क्वार्टर होंगे, जिन्हें 28 टाइप-5 क्वार्टर, 28 टाइप-4 क्वार्टर और 84 टाइप-3 क्वार्टर में विभाजित किया जाएगा। यह परिसर डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए आधुनिक आवास प्रदान करेगा, जिससे बेहतर कार्य-जीवन संतुलन सुनिश्चित होगा और रोगी देखभाल में दक्षता में सुधार होगा। एम्स रायबरेली परिसर में स्थित यह परिसर अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगा और क्षेत्र के स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र के समग्र विकास में योगदान देगा।
प्रो. डॉ. अरविंद राजवंशी के प्रयासों की बदौलत 126 करोड़ की अनुमानित लागत से अतिरिक्त 196 क्वार्टर 28 टाइप-5, 28 टाइप-4 और 84 टाइप-3 क्वार्टर के निर्माण को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंजूरी दे दी गई है। प्रस्ताव को मंजूरी के लिए वित्त मंत्रालय (व्यय विभाग) को भेजा गया है और मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
आवासीय परिसर के अलावा, कई अन्य विकास कार्य भी चल रहे हैं, जिनमें फूड कोर्ट, छात्रों के लिए छात्रावास, ऑडिटोरियम, नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, ओपीडी सह कैंसर केयर सेंटर, प्रशासनिक ब्लॉक, गेस्ट हाउस, इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और तालाब सौंदर्यीकरण परियोजनाएं शामिल हैं।
इस परियोजना से स्थानीय रोजगार पैदा होने और सामुदायिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यह पहल सरकार के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिससे रायबरेली और आस-पास के जिलों जैसे अमेठी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, उन्नाव और कानपुर के लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने और सेवाओं में सुधार करने में मदद मिलेगी। बुनियादी ढांचे के सफल विस्तार को मिशन मोड में प्रो. डॉ.अरविंद राजवंशी के नेतृत्व में डीन अकादमिक प्रो. डॉ. नीरज कुमारी, वित्तीय सलाहकार कर्नल यूएन राय, प्रशासनिक अधिकारी कुवर बाल योगेश्वर सिंह, सहायक अभियंता सूरज कुमार विश्वकर्मा के साथ-साथ एम्स और सीपीडब्ल्यूडी के अन्य अधिकारियों के सहयोग से आगे बढ़ाया जा रहा है, जो इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
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