योगी सरकार ने रायबरेली की जनता को दिया इस स्थल के विकास के लिए एक बड़ा बजट
रायबरेली। उत्तर प्रदेश सरकार ने जनता के लिये एक ऐसा काम करने का प्रण लिया है, जहां पर प्रत्येक मनुष्य अपना आखरी समय पहुंचता है जहां पर न कोई जाति पूछता और न किसी प्रकार का भेदभाव होता है साथ ही न ही किसी प्रकार की अपने साथ धन-दौलत साथ ले जा सकता है। धर्म के अनुसार उसे आम जनता अंत्योष्टि स्थल कहता है जहां मनुष्य मृत्यु के बाद पहुंचता है। अंत्योष्टि स्थलों की हालत काफी समय से जिले में खराब चल रही थी। जिसे शासन को कई बार प्रस्ताव भेजा गया था जिसको लेकर सरकार ने अब इन स्थलों के लिये बजट भेज दिया है। जिले के नौ गांवों में अंत्येष्टि स्थल बनवाए जाएंगे। इसके लिए शासन से 2.19 करोड़ रुपये मिले हैं। प्रत्येक अंत्येष्टि स्थल के निर्माण पर 24.36 लाख रुपये की लागत आएगी। शासन ने बजट देने के साथ ही डीपीआरओ को स्थलों का चयन करके सूची देने के आदेश दिए हैं, जिससे जल्द से जल्द अंत्येष्टि स्थलों के निर्माण का काम शुरू कराया जा सके।
डलमऊ, गोकना, धूता सहित कई स्थानों पर पहले से अंत्येष्टि स्थल बनवाए गए हैं। शासन ने नौ और अंत्येष्टि स्थल बनवाने के लिए जिले को बजट मुहैया कराया है। खासकर गंगा के किनारे बसे गांवों में अंत्येष्टि स्थलों का निर्माण कराया जाएगा। अंत्येष्टि स्थलों पर टिनशेड, पेयजल, बैठने आदि की समुचित व्यवस्था होगी। प्रत्येक अंत्येष्टि स्थल के निर्माण पर 24.36 लाख रुपये खर्च होंगे। नौ अंत्येष्टि स्थलों के निर्माण के लिए शासन ने 2.19 करोड़ रुपये बजट आवंटित किया है। डीपीआरओं को स्थलों का चयन कर सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। अंत्येष्टि स्थलों के निर्माण कार्य को भी जल्द से जल्द शुरू कराने के आदेश दिए गए हैं।
डीपीआरओ उपेंद्रराज सिंह का कहना है कि जिले में नौ अंत्येष्टि स्थलों का निर्माण होना है। शासन से बजट आवंटित हो गया है। जल्द ही स्थलों का चयन कराकर निर्माण कार्य आरंभ कराया जाएगा।
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