इस सीट पर अखिलेश-राहुल के नेता हुए बागी, गठबंधन के लिए बने मुसीबत!.
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समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के प्रत्याशी अलग-अलग दिन नामांकन करा चुके हैं । जबकि अखिलेश और राहुल गांधी कहना है कि हमारा एक दूसरे की सीटो को लेकर बटवारा हो चुका है।इसके बावजूद भी प्रत्याशियों में नाराजगी एक दूसरे के प्रति दिखाई दी।सरेनी विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी अशोक कुमार सिंह जोकि एक्स एम्एलए भी हैं, यह 1996 में समाजवादी पार्टी से चुनाव जीते थे । और इसके बाद 2007 में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़े थे और जीत हासिंल की थी।
समाजवादी पार्टी के देवेंद्र प्रताप सिंह वर्तमान में विधायक भी है। यह 2002 में समाजवादी पार्टी से जीत हासिल की थी इसके बाद 2012 में फिर समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़े और भारी मतो से जीत हासिल की थी। लेकिन देखा जाए तो प्रत्येक प्रत्याशी अपने अपने हुक्मरानों का या पार्टी मुखिया की बात कहकर नामांकन करते मिले।
मीडिया में दोनों प्रत्याशी चर्चा का विषय रहे, जब इस बारे में कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह से पूछा गया कि क्या आप लोगों का गठजोड़ नहीं हुआ है इसके जवाब में बोले की यह आलाकमान जाने हर प्रश्न का जवाब में आलाकमान ही कहते नजर आए।
इसके एक दिन पहले समाजवादी पार्टी के देवेंद्र प्रताप सिंह नामांकन कराने पहुंचे ,और नामांकन कक्ष के बाहर जब निकले तब मीडिया से रूबरू हुए तो उनसे पूछा गया क्या आप लोंगो की पार्टी का गठजोड़ हो गया है ।और क्या कांग्रेस प्रत्यासी चुनाव नही लड़ेंगे क्या,और कांग्रेस प्रत्याशी इस विधानसभा से नहीं उतारा जाएगा ।तो इन्होंने भी सीधा सा जवाब दिया था कि मेरे पास मेरे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जो आदेश हुआ है मैं केवल उसका पालन कर रहा हूं ,और मैं जनता के बीच अपने मुद्दे और मुख्यमंत्री किए हुए विकास को लेकर समाज समाजवादी पार्टी का सिपाही बनकर अपने क्षेत्र में चुनाव मैदान में उतरा हूं ।आगे पार्टी मुखिया जाने और उनका जो आदेश होगा मैं उसका पालन करूंगा ।लेकिन आज अचानक उसी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह ने भी नामांकन करा दिया । लेकिन अब देखना यह होगा क्या जनता में केवल दिखावा है या गठजोड़ का का एक नाटक है । या फिर अंदरूनी पार्टी में गठजोड़ को लेकर अभी भी संचय बना हुआ है।
अभी रायबरेली विधानसभा में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कई और प्रत्याशी नामांकन कराने आ सकते हैं ।फिर जनता में क्या मैसेज जाएगा और क्या चुनाव मैदान में अलग-अलग प्रत्याशी अपना तेवर दिखाएंगे और कौन किसके सिंबल पर चुनाव लड़ेगा यह तो कुछ दिनों में पता चल जाएगा । अभी नामांकन का आज तीसरा दिन था। अभी नामांकन छः तारीख को आखिरी नामांकन है।रायबरेली वीआईपी जिला है और सभी की आंखें पुरे जिले की छः विधान सभाओं में लगी हुई है। और सभी प्रत्याशी चाहे वह समाजवादी पार्टी का हो या फिर कांग्रेस पार्टी का कौन किसके भाग में पार्टी का सिंबल मिलेगा और कौन प्रत्याशी किस पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ेगा आगे बागी तेवर और भी विधानसभाओं में देखनो के लिए मिलेगा।
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