स्टाइल बाजार की बिल्डिंग में काम कर रहे मजदूरों के साथ घट सकती थी कोई घटना, नही थे कोई सुरक्षा के इंतजाम
स्टाइल बाजार की बिल्डिंग में काम कर रहे मजदूरों के साथ घट सकती थी कोई घटना
लेकिन ऐसी घटनाएं इन मजदूरों के साथ जब हो जाती हैं तो उनके परिवार के साथ क्या बीतती होगी है यह तो एक मजदूर का परिवार ही जानता होगा। लेकिन पापी पेट के लिए मजदूर मजबूरी में यह काम करता है। लेकिन इस रोड पर ना जाने कितने जिला प्रशासन के अधिकारी और पुलिस के लोग निकलते हैं साथ ही समाजसेवी लोग भी, लेकिन ऐसी घटनाओं को नजरअंदाज करते दिखाई पड़ते हैं। आम जनमानस भी यह नहीं समझ पाता है कि अगर ऊपर से कोई मजदूर काम कर रहा है और गिर गया तो केवल सांत्वना देने के अलावा कुछ नहीं उसके परिवार को प्राप्त होगा। यहां तक कि पोस्टमार्टम के लिए साधन भी उपलब्ध नहीं हो पाता है। बड़ा दुख होता है जिला प्रशासन ऐसी घटनाओं के खिलाफ ऐसे मजदूरों से काम कराने वाले बिल्डिंग मालिकों के ऊपर जिला प्रशासन को कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। जिससे और भी लोग इस तरह का बिना सुरक्षा के कोई काम ऐसे मजदूरों से ना कराएं। अगर मजदूरों से काम करवाने की बात आती है तो उनको सुरक्षा के पूरे इंतजाम करवाने चाहिए। जिससे कोई अप्रिय घटना न घट सके और जिला प्रशासन पर भी आरोप भी न लगाये जा सके साथ ही उस मजदूर के परिवार का भी भविष्य सुरक्षित बना रहे।
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